हमलावरों की फायरिंग में RSS कार्यकर्ता राजेश मिश्रा की मौत हो गई। कातिलों ने राजेश को बचाने दौड़े उनके भाई अमितेश को भी गोलियां मारीं। अमितेश को जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने वाराणसी के लिए रेफर किया है। एरिया में भारी तनाव के चलते अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है।
[caption id="attachment_17973" align="aligncenter" width="633"] गाजीपुर जिला अस्पताल के बाहर RSS कार्यकर्ता राजेश मिश्रा का शव, इनसेट में (फाइल फोटो)[/caption]
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लाख दावे करें लेकिन उत्तर प्रदेश कि बिगड़ी कानून व्यवस्था है कि संभलने का नाम नहीं ले रही है। सूबे के कई जिले हर रोज हत्याओं और लूटपाट से थर्रा रहे हैं। शनिवार सुबह प्रदेश के गाजीपुर जनपद में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के कार्यकर्ता राजेश मिश्रा की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। बचाने दौड़े राजेश के भाई को भी कातिलों ने गोली मार दी। गंभीर हालत में उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तनाव के मद्देनजर भारी पुलिस बल की तैनाती एरिया में की गई है।
करंडा ब्लाक के OTG प्रभारी थे राजेश मिश्रा
जनपद के करंडा ब्लाक स्थित ब्राम्हणपूरा गांव निवासी राजेश मिश्रा लंबे समय से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के कार्यकर्ता थे। RSS ने हाल में ही उनको करंडा ब्लाक का OTG प्रभारी भी बनाया था। साथ ही राजेश एक अखबार में क्षेत्रीय रिपोर्टर (संवादसूत्र) का भी काम देखते थे।
शनिवार सुबह कातिलों ने बरसाईं गोलियां
परिजनों के मुताबिक शनिवार सुबह पहले से घात लगाए बैठे हमलावरों ने राजेश मिश्रा पर अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरु कर दीं। राजेश पर हमला होते देख भाई अमितेश उसे बचाने दौड़ा तो हमलावरों ने उस पर भी गोलियां चलानी शुरु कर दीं। राजेश की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि अमितेश को गंभीर हालत में इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। चिकित्सकों ने हालत चिंताजनक देख वाराणसी के लिए रेफर कर दिया।
भारी तनाव के बाद पुलिस फोर्स तैनात
RSS कार्यकर्ता राजेश मिश्रा की हत्या के बाद समूचे एरिया में तनाव के हालात बन गए। देखते ही देखते सैकड़ों की संख्या में पब्लिक अपने घरों से बाहर आ गई। लोग प्रदेश सरकार के साथ यूपी पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करने लगे। भीड़ में पनप रहे आक्रोश और तनाव के मद्देनजर पुलिस अफसरों ने तत्काल अतिरिक्त पुलिस बल को तैनात करने के साथ आसपास के एरिया के थानों की फोर्स को भी तैनात कर दिया। पुलिस बल अब रूट मार्च कर चौकसी बनाए हुए हैं।
Murder के एक घंटे बाद तक नहीं पहुंचे अफसर
RSS कार्यकर्ता राजेश मिश्रा की हत्या के एक घंटे बाद तक पुलिस का कोई बड़ा अफसर मौका-ए-वारदात और जिला अस्पताल नहीं पहुंचा। ये बात इलाके के लोगों को काफी नागवार गुजरी। परिजनों के मुताबिक करीब सप्ताह भर पहले राजेश ने मैनपुरी में RSS का एक कैम्प भी लगाया था। साथ ही जिस अखबार में वह काम करते थे, उसमें बालू खनन को लेकर उन्होंने कई बार खबरें भी लिखीं।
दोपहर तक RSS और BJP के नेता और कार्यकर्ता नहीं पहुंचे
राजेश मिश्रा जिस RSS और BJP के लिए काम करते थे, उसका कोई भी बड़ा नेता या फिर कार्यकर्ता न तो उनके घर पहुंचा और न ही जिला अस्पताल। परिजनों के मुताबिक जीवन का एक बड़ा हिस्सा उन्होंने RSS को समर्पित कर दिया लेकिन मौत के बाद कोई भी नहीं दिखा।
Post A Comment:
0 comments: