Kanpur की महिला जर्नलिस्ट की पीड़ा को आखिर केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के कार्यालय ने सुन लिया। पीड़िता से बातचीत के बाद केंद्रीय मंत्री के PRO ने तत्काल कानपुर पुलिस के बड़े अफसरों से संपर्क कर जांच के प्रगति की जानकारी ली। इसके बाद CO अनवरगंज श्वेता यादव ने पीड़िता को बुलाकर बयान दर्ज किया।
[caption id="attachment_17756" align="aligncenter" width="960"] मेनका गांधी (केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, भारत सरकार)[/caption]
YOGESH TRIPATHI
कानपुर। Kanpur में न्याय के लिए दो महीने से दर-दर भटक रही “कलम की सच्ची सिपाही” (एक सांध्य अखबार की महिला पत्रकार) की मदद के लिए Narendra Modi सरकार में कैबिनेट मंत्री मेनका गांधी के कार्यालय ने हाथ बढ़ाए हैं। थानेदार से लेकर Kanpur Police के आला अफसरों तक ने जब पीड़ित महिला जर्नलिस्ट की फरियाद नहीं सुनी तो उसने Minister मेनका गांधी को Twitter पर ट्वीट कर अपना दर्द बयां किया। महिला जर्नलिस्ट से मेनका गांधी के PRO ने तत्काल मोबाइल पर संपर्क कर घटनाक्रम की जानकारी ली। इसके बाद मेनका गांधी के कार्यालय ने तत्काल पुलिस के बड़े अफसरों से संपर्क कर महिला जर्नलिस्ट को तेजाब से नहलाने की धमकी देने वाले कथित पत्रकार भाइयों को Arrest करने का ताकीद दे दी।
Minister के कार्यालय से फोन आने के बाद बयान के लिए CO ने बुलाया
अपना बयान दर्ज कराने के लिए पिछले दो सप्ताह से गुहार लगा रही Kanpur की महिला जर्नलिस्ट को क्षेत्राधिकारी अनवरगंज श्वेता यादव ने तत्काल बुला लिया। करीब डेढ़ घंटे तक CO श्वेता यादव ने बयान दर्ज किए। इस दौरान इलेक्ट्रानिक मीडिया का जमावड़ा भी CO Office के बाहर लग गया। पीड़िता ने 25 सितंबर को उन्होंने पूरे प्रकरण की जानकारी DIG सोनिया सिंह को दी थी। शिकायती पत्र पर DIG सोनिया सिंह ने प्रकरण की जांच सीओ अनवरगंज श्वेता सिंह को सौंप दी।
शहर के ब्रम्हनगर एरिया में रहते हैं धमकी देने वाले पत्रकार भाई
पीड़ित महिला पत्रकार के मुताबिक धमकी देने वाला कथित पत्रकार रामजी शर्मा ब्रम्हनगर एरिया में रहता है। वर्तमान समय में वह एक टीवी चैनल में रिपोर्टर है। इससे पहले वह लखनऊ से प्रकाशित एक दैनिक अखबार के कानपुर आफिस में काम करता था। यहीं पर महिला जर्नलिस्ट भी उसके साथ काम करती थी। क्षेत्राधिकारी श्वेता यादव को दिए गए बयान के मुताबिक अपने से दोगुनी उम्र के रामजी शर्मा को वह अंकल कहकर बुलाती थी। लेकिन वह उसे बहन कहता था। कुछ महीना पहले उसने शादी का प्रपोजल दिया तो महिला पत्रकार के पैरों तले से जमीन खिसक गई। उसने रामजी शर्मा को फटकार लगाई। आरोप है कि रामजी शर्मा ने उसे शादी न करने पर तेजाब से नहलाने की धमकी दे डाली। पुलिस में शिकायत करने की बात जब महिला जर्नलिस्ट ने कही तो उसने शहर के तमाम दलाल टाइप के दरोगाओं से दोस्ती का हवाला देते हुए कहा कि शहर की पुलिस उसकी जेब में है। शहर का हर बड़ा पत्रकार उसके साथ है।
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DGP से लेकर CM तक से पीड़िता ने लगाई गुहार
पीड़ित महिला जर्नलिस्ट को जब Kanpur पुलिस से न्याय की उम्मींद नहीं दिखी तो उसने Uppolice के DGP सुलखान सिंह, सीएम योगी आदित्यनाथ सिंह समेत कई प्रशासनिक अफसरों को ट्वीट कर FIR दर्ज करने की गुहार लगाई लेकिन किसी ने उसकी फरियाद नहीं सुनी।
https://twitter.com/Mediashikha/status/917977042129424384
बुधवार सुबह मेनका गांधी को किया Twitter पर ट्वीट
Kanpur पुलिस और सूबे के तमाम अफसरों को ट्वीट कर थक चुकी महिला जर्नलिस्ट ने बुधवार सुबह केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी को ट्वीट किया। इसके बाद मेनका गांधी के कार्यालय से PRO ने पीड़ित महिला जर्नलिस्ट से तत्काल संपर्क कर घटनाक्रम की जानकारी ली। PRO ने इसके बाद कानपुर पुलिस के बड़े अफसों से संपर्क कर जांच की प्रगति के बाबत जानकारी ली। बताया जा रहा है कि फटकार के बाद मेनका गांधी के कार्यालय की तरफ से दो टूक शब्दों में कह दिया गया कि तेजाब से नहलाने की धमकी देने वाले दोनों कथित पत्रकार भाइयों को तत्काल अरेस्ट करें। मंत्रालय से फोन आने के थोड़ी देर बाद सीओ अनवरगंज ने पीड़िता को फोन कर तत्काल बयान दर्ज कराने की बात कही। इसके बाद पहुंची पीड़िता ने अपना बयान दर्ज कराया।
कथित पत्रकारों की शिकायत उनके मीडिया संस्थानों में भी की
महिला जर्नलिस्ट का आरोप है कि को तेजाब से नहलाने की धमकी देने वाले पत्रकार भाइयों की शिकायत उसने दोनों के संस्थानों में भी की लेकिन किसी भी संस्थान ने कार्रवाई नहीं की। आरोप है कि दोनों भाइयों के हौसले इसकी वजह से और भी बढ़े।
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कथित पत्रकारों को बचाने में जुटे हैं शहर के कई “सफेदपोश”
कथित पत्रकार भाइयों को बचाने की मुहिम में शहर के कई सफेदपोश और पत्रकार तो जुटे ही हैं साथ में कई दरोगा और थानेदार भी अपने स्तर से पैरवी कर जांच को प्रभावित कर रहे हैं। यह आरोप खुद पीड़ित महिला जर्नलिस्ट ने लगाए हैं।इसके लिए बाकयदा अफसरों तक को गुमराह भी किया जा रहा है। इसके कई साक्ष्य पीड़िता के पास भी मौजूद हैं। शहर में तैनात एक बड़े अफसर का PRO भी आरोपी को बचाने की जुगत में लगा था लेकिन बाद में उसे फटकार मिली। पुलिस सूत्रों की मानें तो जांच अधिकारी श्वेता सिंह से आरोपी कथित पत्रकार ने तीन बार जबरन मिलने की कोशिश भी की। भन्नानापुरवा में मंगलवार को भी वह सीओ के पास पहुंचा लेकिन क्षेत्राधिकारी ने उससे कोई बात नहीं की।
https://twitter.com/Mediashikha/status/915608255077822464
क्या कहती हैं जांच अधिकारी श्वेता सिंह ?
पूरे प्रकरण की जांच कर रही Kanpur पुलिस की क्षेत्राधिकारी श्वेता सिंह ने www.redeyestimes.com से बातचीत में कहा कि बुधवार को पीड़ित महिला जर्नलिस्ट ने उनके कार्यालय में आकर बयान दर्ज कराए हैं। जांच के दौरान पीड़िता ने बताया कि उसे शादी न करने पर तेजाब से नहलाने की धमकी दी गई। उसके बयान को दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही पूरी रिपोर्ट DIG को दो जाएगी। आरोपी किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे।
https://twitter.com/Mediashikha/status/912650425899261953
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