कानपुर मेयर की प्रत्याशिता को लेकर अंदरखाने में बहुत कुछ चल रहा है। संगठन के "चाणक्य" कहे जाने वाले एक पदाधिकारी ने करीबी विधायक के जरिए कानपुर दक्षिण की प्रेसीडेंट अनीता गुप्ता के नाम को आगे बढ़वाया है। सौम्य स्वभाव और मृदुभाषी अनीता गुप्ता को प्रेसीडेंट बनवाने में संगठन के इसी बड़े पदाधिकारी का अहम रोल रहा था। जानकारों की मानें तो संगठन और शीर्ष नेतृत्व में काफी मजबूत पकड़ रखने वाले पदाधिकारी ने बेहद गोपनीय तौर से अनीता के नाम को आगे बढ़वाने के लिए लामबंदी करवाई है। जो काफी हद तक सफल भी रही।
[caption id="attachment_18012" align="aligncenter" width="720"] अनीता गुप्ता (प्रेसीडेंट, भारतीय जनता पार्टी, कानपुर दक्षिण)[/caption]
YOGESH TRIPATHI
कानपुर। Kanpur मेयर सीट पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं और कार्यकर्ताओं के अंदर पनप रहे असंतोष के बीच एक नया नाम उभर कर सामने आया है। ये नाम है BJP कानपुर दक्षिण की प्रेसीडेंट अनीता गुप्ता का। बड़े सूत्रों की मानें तो यूपी सरकार के एक मंत्री, और कई विधायकों के साथ-साथ भाजपा की धरोहर कहे जाने वाले कानपुर के सांसद मुरली मनोहर जोशी ने भी करीब-करीब अपनी “मौन” स्वीकृति दे दी है। BJP के धुरंधरों की मानें तो यदि सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो अनीता गुप्ता के नाम पर हाईकमान अपनी मुहर लगा सकता है। हालांकि वहीं दूसरा धड़ा शैक्षणिक कारोबारी के घराने के लिए अभी भी एड़ी-चोटी का जोर लगाए है।
“चाणक्य” की चली तो अनीता के नाम पर ही लगेगी मुहर
BJP सूत्रों की मानें तो संगठन में अपनी मजबूत पकड़ बना चुके बड़े पदाधिकारी को लोग किसी “चाणक्य” से कम नहीं आंकते हैं। इसी चाणक्य के जरिए ही अनीता गुप्ता कानपुर दक्षिण बीजेपी की प्रेसीडेंट बनीं। जानकारों की मानें तो “चाणक्य” की अगुवाई में यूपी विधान सभा का इलेक्शन लड़ने वाली भाजपा ने कानपुर-बुन्देलखंड की 54 में से 42 सीटें अपनी झोली में डाली थी। इसमें अहम रोल “चाणक्य” का ही रहा था। अंदरखाने की मानें तो संगठन के इस पदाधिकारी पर भाजपा हाईकमान एक बार फिर नगर निकाय के चुनाव में अपना भरोसा दिखा रहा है। एक बड़े पदाधिकारी की मानें तो यदि सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो अनीता गुप्ता के नाम पर आम सहमति बननी करीब-करीब तय है। चर्चा तो यह भी है कि निर्विवाद छवि और सौम्य व्यवहार की धनी अनीता गुप्ता का नाम “चाणक्य” ने खुद ही अपने करीबी एक विधायक के जरिए आगे बढ़वाया है।
“पितामह”, तीन विधायकों, एक मंत्री की तरफ से “ग्रीन सिग्नल”
अनीता गुप्ता की निर्विवाद छवि उनकी प्रत्याशिता का सबसे बड़ा हथियार बनाकर बीजेपी का एक धड़ा उनके नाम को हाईकमान तक पहुंचा चुका है। अनीता के नाम की अंदर ही अंदर पैरवी कर रहे बीजेपी के एक विधायक ने गोपनीय तौर पर नाम को संगठन, कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के बीच आगे किया। गोपनीय तौर पर नाम आगे करने की सबसे बड़ी वजह यह रही है कि विधायक की मंत्रीजी से बिल्कुल भी नहीं बनती। यदि विधायक खुलकर सामने आते तो संभव था कि मंत्री जी सीधे सहमति नहीं देते। यही वजह रही है कि अंदर ही अंदर सबकुछ मजबूत करने के बाद अनीता गुप्ता का नाम आगे किया गया। सूत्रों की मानें तो अनीता गुप्ता के नाम पर कानपुर के सांसद, तीन विधायक, एक वर्तमान विधायक और एक मिनिस्टर की मौन स्वीकृति बन चुकी है। आगे की रणनीति और प्रत्याशिता पर फाइनल मुहर संगठन के “चाणक्य” पर निर्भर है। चूंकि चाणक्य की पकड़ सीधे हाईकमान तक है इस लिए बीजेपी का यह खेमा पूरी तरह से आश्वस्त है कि टिकट अनीता गुप्ता की ही फाइनल होगी।
अनीता गुप्ता के नाम पर RSS की भी लगेगी मुहर
माना जा रहा है कि मेयर सीट पर अनीता गुप्ता के नाम को लेकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) कतई विरोध नहीं करेगा। उसके पीछे तर्क यह दिया जा रहा है कि महिला कार्यकर्ताओं में कमलावती को छोड़कर और कोई दूसरा गंभीर प्रत्याशी नहीं है। लेकिन कमलावती की पैरवी में कोई बड़ा दिग्गज न होने की वजह से यह उनके लिए अभी तक माइनस फैक्टर भी साबित हो रहा है।
एक तीर से दो निशाने साध रहे हैं BJP के दिग्गज
बात मेयर की प्रत्याशिता को लेकर हो रही है लेकिन अनीता गुप्ता के नाम को बेहद गोपनीय तौर से आगे बढ़ा रहे दिग्गज भविष्य की राजनीति को लेकर एक तीर से दो निशाने साध रहे हैं। जानकारों की मानें तो अनीता गुप्ता को टिकट दिलाने के बाद यदि भाजपा नेता उनको चुनाव जितवा लेते हैं तो वह शहर और आसपास की सबसे ताकतवर वैश्य नेता बन जाएंगी। इससे कानपुर के ही एक दिग्गज वैश्य नेता का कद घटेगा और विरोधी धड़ा उन पर हावी हो पाएगा। फिलहाल जनप्रतिनिधि रह चुके इस वैश्य नेता की संगठन और शीर्ष नेतृत्व में सीधी पकड़ है।
[caption id="attachment_18013" align="alignleft" width="507"] सुरेंद्र मैथानी (प्रेसीडेंट, भारतीय जनता पार्टी, कानपुर उत्तर )[/caption]
BJP कार्यकर्ताओं के बीच से ही किसी को मिलेगी टिकट : सुरेंद्र मैथानी
कानपुर भाजपा उत्तर जिला के प्रेसीडेंट सुरेंद्र मैथानी ने www.redeyestimes.com से बातचीत करते हुए कहा कि अभी तक किसी के नाम पर मुहर नही लगी है। बाहरी को टिकट देने के सवाल पर सुरेंद्र मैथानी ने कहा कि मैं विश्वास दिलाता हूं कि BJP हाईकमान कार्यकर्ताओं के बीच से ही किसी को टिकट देगा। भाजपा के सभी कार्यकर्ता मिलकर प्रत्याशी को मेयर का चुनाव जिताएंगे। उन्होंने कहा कि मेयर के लिए कई लोगों के नाम चल रहे हैं लेकिन अभी तक किसी का नाम हाईकमान ने फाइनल नहीं किया है। गुटबाजी और धड़ेबाजी के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम सब एक हैं।
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