BJP के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहा कि सपा सरकार के कार्यकाल में हुए 21 अरब रुपए के घोटालों को पूरी तरह से दबा रहे हैं अफसर। श्रीबाजपेयी का आरोप जांच कर रही SIT को अफसर नहीं मुहैया करा रहे हैं कागजात।
मेरठ। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के Ex. President लक्ष्मीकांत बाजपेयी अपनी ही सरकार के खिलाफ मंगलवार को मेरठ में जिला आपूर्ति कार्यालय परिसर में धरना देकर बैठ गए। श्रीबाजपेयी ने कहा कि यूपी में BJP की सरकार है और अफसर अखिलेश सिंह यादव के कार्यकाल में हुए 21 अरब रुपए के घोटाले के राज को “दफन” करने में जुटे हुए हैं।
BJP की सरकार में ही यह संभव है
धरना देकर बैठे यूपी BJP के पूर्व प्रेसीडेंट लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहा कि जब सरकार बनी तो उनको लगा कि मामले की निष्पक्ष जांच होगी लेकिन हाल यह है कि अफसर सुधरने के नाम नहीं ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि SIT को जांच से जुड़े कागजात ही नहीं मुहैया करे जा रहे हैं। बड़े घोटाले में लीपापोती और देरी होते देख लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने धरना देने का फैसला ले लिया।
BJP के बड़े नेता के धरनास्थल पर नहीं पहुंचा कोई अफसर
यूपी BJP के पूर्व प्रेसीडेंट लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने करीब एक सप्ताह पहले ही अफसरों को अल्टीमेटम दे दिया था। इसके बाद मंगलवार को वह धरने पर बैठ गए। उनके तेवरों को देख जिला आपूर्ति कार्यालय से कर्मचारी और अधिकारी नदारद हो गए। मेरठ में खाद्यान्न घोटाले का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहा कि यह अनिश्चित कालीन धरना है, जब तक जिम्मेदार अफसर आकर यहां उनको आश्वस्त नहीं करेंगे वह धरना देते रहेंगे। उधर अधिकारियों की मानें तो तहसील दिवस के कारण अधिकारी कार्यालय में नहीं हैं। बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेई इसे समाजवादी सरकार का सबसे बड़ा घोटाला कह रहे हैं। उनके मुताबिक तक़रीबन 21 अरब रुपए के इस महाघोटाले की जांच में कई अफसरों और नेताओं की गर्दन फंसनी तय मानी जा रही है।
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