Retired Principal Ramesh Chandra Shukla was killed on October 24, 2016 ।Confirmation of Saifullah's pistol and bullet match in forensic investigation
[caption id="attachment_16890" align="aligncenter" width="943"] ramech chandra shukla 24/10/2016[/caption]
YOGESH TRIPATHI
कानपुर। 10 महीना पहले Kanpur के चकेरी एरिया स्थित प्यौंदी गांव के पास दिनदहाड़े हुई रिटायर्ड प्रिंसिपल रमेश चंद्र शुक्ला की हत्या Terror Killing की थी। यह Terror Killing किसी और ने नहीं बल्कि मार्च महीने में यूपी की राजधानी Lucknow के ठाकुरगंज एरिया में Encounter के दौरान मारे गए खोरसाना मॉड्यूल्स के आतंकी सैफुल्लाह और उसके साथियों ने असलहों की टेस्टिंग के लिए की थी। इस बात का खुलासा यूपी-एमी से पकड़े गए संदिग्ध आतंकियों ने गिरफ्तारी के बाद किया था। गुरुवार को DGP (PHQ) ने मामले की जांच उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्कॉवयड (ATS) को सौंप दी है।
UAPA की धारा बढ़ाई गई
इस मामले में अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रिवेंशन एक्ट (UAPA) की धारा बढ़ाई गई है। शायद यही वजह रही कि DGP (PHQ) ने प्रिंसिपल रमेश चंद्र शुक्ला की “मर्डर मिस्ट्री” से पर्दा उठाने के लिए विवेचना ATS की (Kanpur Unit) को सौंप दी है। सूत्रों की मानें तो जांच ATS के CO मनीष सोनकर करेंगे। माना जा रहा है कि जल्द ही तेज तर्राक छवि वाले मनीष सोनकर प्रिंसिपल हत्याकांड का खुलासा कर देंगे।
असलहों की टेस्टिंग के लिए भून डाला था बेगुनाह रिटायर्ड प्रिंसिपल को
सूत्रों की मानें तो आतंकी वारदात के लिए खरीदे गए असलहों की टेस्टिंग के लिए रिटायर्ड प्रिंसिपल रमेश चंद्र शुक्ला को दिनदहाड़े चकेरी स्थित प्यौंदी गांव में भून डाला गया था। इस बात का खुलासा मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में पकड़े गए खोरसाना मॉड्यूल्स के संदिग्धों ने इंट्रोगेशन के दौरान ATS और NIA की टीम के सामने किया था। टेस्टिंग में सैफुल्लाह की पिस्टल से हो गया गोलियों का मिलानइंट्रोगेशन में जब खोरसाना मॉड्यूल्स के संदिग्धों ने जब रिटायर्ड प्रिंसिपल के मर्डर का जुर्म स्वीकार किया तो खुफिया इकाइयों के कान खड़े हो गए थे। Encounter में मारे गए सैफुल्लाह के हाजी कॉलोनी स्थित ठिकाने से मिली पिस्टल और Kanpur के चकेरी में प्रिंसिपल को मारी गई गोलियों की फॉरेंसिक जांच कराई गई तो मिलान हो गया।
स्कूल से लौटते समय रास्ते में पीछे से मारी गई थीं गोलियां
लेबर कालोनी नवाबगंज निवासी रमेश चंद्र शुक्ला चकेरी के प्यौंदी गांव स्थित आत्मप्रकाश ब्रम्हचारी जूनियर हाईस्कूल में प्रिंसिपल थे। सेवानिवृत होने के बाद भी रमेश चंद्र शुक्ला को लिखापढ़ी का कामकाज देखने के लिए अक्सर स्कूल जाना पड़ता था। 24 अक्तूबर को वह स्कूल गए। दोपहर को वह लौटने लगे तो रास्ते में ही कातिलों ने उनको पिस्टल की गोलियों से भून डाला। कातिलों ने गोलियां पीछे से मारी थीं।
10 महीने से हवा में तीर चला रही थी Kanpur Police
रिटायर्ड प्रिंसिपल रमेश चंद्र शुक्ला मर्डर केस में कानपुर की चकेरी पुलिस सिर्फ हवा में ही तीर चला रही थी। जांच के नाम पर कई लोगों से इंट्रोगेशन की गई लेकिन नतीजा सिफर ही रहा। पुलिस इसे कभी रंजिश तो कभी लूट के इरादे से की गई हत्या ही मान रही थी लेकिन जब मध्य प्रदेश में ट्रेन के अंदर विस्फोट के बाद खोरसाना के मॉड्यूल्स ATS के हत्थे चढ़े तो “मर्डर मिस्ट्री” से पर्दा उठा। उम्मींद जताई जा रही है कि ATS को जांच मिलने के बाद अब पीड़ित परिवार को सही न्याय भी मिल सकेगा।
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