BHU गेट पर सैकड़ों की संख्या में छात्राओं ने अश्लीलता-छेड़छाड़ के विरोध में शुरु किया धरना-प्रदर्शन। छात्राओं का आरोप गेट से लेकर अंदर कैंपस तक की जाती है छेड़छाड़। विरोध पर मिलती हैं धमकियां
लखनऊ। मौका था और दस्तूर भी। BHU की छात्राओं ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी दौरे से पहले विरोध-प्रदर्शन कर जोरदार हंगामा किया। BHU गेट के बाहर छात्राओं ने गेट पर होने वाली छेड़छाड़ की घटनाओं से आहत होकर अपने सिर तक मुंडवा लिए। हंगामा कर विरोध-प्रदर्शन करने वाली BHU छात्राओं का कहना है कि वह लोग खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करती हैं। इस लिए गेट के बाहर सैकड़ों की संख्या में छात्राएं देश के प्रधानमंत्री और बनारस के सांसद को विरोध दर्ज करा अपनी पीड़ा बताने के लिए यह रास्ता अख्तियार किया। छात्राओं की तरफ से हंगामें की खबर जब जिला प्रशासन को मिली तो सभी के हाथ-पांव फूल गए। मौके पर पहुंचे अधिकारी छात्राओं को हाथ जोड़कर मनाते नजर आएं। बवाल की आशंका के मद्देनजर भारी फोर्स की तैनाती की गई।
क्या हैं BHU छात्राओं का आरोप ?
BHU की छात्राओं का आरोप है कि कैंपस के अंदर और बाहर गेट तक छात्राओं से न सिर्फ छेड़छाड़ की जाती है बल्कि कई बार यही छेड़छाड़ हिंसक रूप भी ले लेती है। छात्राओं को शोहदों से हर रोज अपमानित होना पड़ता है। छात्राओं का आरोप है कि कई बार जिला प्रशासन और जिम्मेदार अफसरों से शिकायत की गई लेकिन नतीजा सिफर रहा। आरोप है कि छात्राओं से छेड़छाड़ करने वालों में प्राक्टोरियल बोर्ड के लोग भी शामिल रहते हैं। जिसकी वजह से कार्रवाई नहीं होती है।
गुरुवार को त्रिवेणी हॉस्टल में BHU की छात्राओं के साथ की गई छेड़छाड़
हंगामा कर रहीं BHU की छात्राओं का आरोप है कि गुरुवार शाम को त्रिवेणी हॉस्टल के बाहर कुछ छात्राओं के साथ छेड़खानी की गई। छात्राओं का आरोप है कि घटना की जानकारी जब चीफ प्रॉक्टर प्रो.ओएन सिंह को फोन पर दी गई तो उन्होंने कार्रवाई और पुलिस प्रशासन को बुलाने के बजाय छात्राओं को उल्टा-सीधा कहना शुरु कर दिया। छात्राओं का कहना है कि चीफ प्राक्टर ने यह भी कहा कि वह लोग 6 बजे के बाद हॉस्टल के बाहर क्यों घूम रही थीं ? फिलहाल छात्राएं कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठी हुई हैं और प्रशासन इस मामले पर कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
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