Kanpur के भीतरगांव ब्लाक में करीब 20 दिन में पागल हो चुके हैं डेढ़ दर्जन कुत्ते। घर से बाहर निकलते ही ग्रामीणों और बच्चों पर बोल रहे हैं हमला। अब तक करीब 50 लोग हमले में जख्मीं। टेम्पो चालक समेत दो लोगों की हो चुकी है मौत। ग्रामीण लगा रहे हैं अफसरों से गुहार लेकिन अभी तक प्रशासन ने समस्या से निजात दिलाने के लिए कोई कदम नहीं उठाए।
YOGESH TRIPATHI
कानपुर। Kanpur जनपद के घाटमपुर कोतवाली एरिया स्थित भीतरगांव में पागल कुत्तों के आतंक से स्थानीय ग्रामीणों में दहशत फैल चुकी है। पिछले एक पखवारे में ये पागल कुत्ते करीब 59 से अधिक लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं। एक मासूम की मौत भी हो गई लेकिन प्रशासन की तरफ से अभी तक कोई सुध नहीं ली गई है। आलम यह है कि ग्रामीण अब कुत्तों को देखकर भागने लगे हैं।
Kanpur नगर के भीतरगांव ब्लाक में करीब डेढ़ दर्जन से अधिक कुत्तों के पागल होने की खबर है। स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक पागल हो चुके ये कुत्ते राहगीरों, खेतों पर काम करने वाले किसानों और स्कूल जाने वाले बच्चों को अपना शिकार बना रहे हैं। अब तक करीब 50 से अधिक लोगों को इन पागल कुत्तों ने काट खाया है। सिर्फ मंगलवार और बुधवार को ही डेढ़ दर्जन से अधिक लोग इन पागल कुत्तों के हमले में शिकार बन गए। ग्रामीणों की मानें तो कुत्ते के काटने से एक टेम्पो चालक की मौत हो चुकी है। मंगलवार को पांच साल के बच्चे की मौत हो गई। लेकिन उसके बाद भी Kanpur प्रशासन ने कोई सुध अब तक नहीं ली है।
Kanpur के भीतरगांव स्थित तिवारी गांव में रहने वाले विश्वनाथ यादव के लड़के आशीष यादव(5) को करीब 15 दिन पहले घर के बाहर खेलते समय कुत्ते ने गर्दन और चेहरे में काट लिया था। आशीष को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसे रैबीज के चार इंजेक्शन भी चिकित्सों ने लगाए। इंजेक्शन लगने के बाद तेज बुखार आशीष को आया। वह अजीब सी हरकतें भी करने लगा। उपचार के दौरान ही मंगलवार को उसकी मौत हो गई।
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