Shiv Pratap Shukla was arrested in the Emergency। Shiv Pratap Shukla became the first MLA from Gorakhpur in 89
[caption id="attachment_16771" align="aligncenter" width="600"] shiv-pratap-shukla, minister of new modi cabinet[/caption]
YOGESH TRIPATHI
कानपुर। यूपी के पूर्वांचल में BJP के कद्दावर नेता शिवप्रताप शुक्ला MODI की कैबिनेट में Minister बनाए गए हैं। काफी शांत और सरल स्वभाव के शिवप्रताप शुक्ला यूपी BJP के संगठन में कई पदों पर रहने के साथ MLA भी रह चुके हैं। पूर्व की BJP सरकार में वह यूपी सरकार के मंत्री भी रहे हैं। शिव प्रताप शुक्ला को Minister बनाए जाने के बाद पूर्वांचल के जनपदों खासतौर पर गोरखपुर में कार्यकर्ताओं में हर्ष की लहर दौड़ गई।
हार के बाद BJP ने भेजा था राज्यसभा
विधान सभा चुनाव में हार के बाद BJP हाईकमान ने शिवप्रताप शुक्ला को संगठन में पद सौंपा। लंबे समय तक संगठन का कार्य देख रहे शिव प्रताप शुक्ला को BJP के शीर्ष नेतृत्व ने इनको इनाम देते हुए राज्यसभा भेजा। संडे को जब वह MODI की कैबिनेट में मंत्री बनाए गए तो गोरखपुर स्थित खजनी में उनके पैतृक घर पर समर्थकों की भारी भीड़ जमा हो गईं। ढोल और तासों की थाप पर कार्यकर्ताओं ने जमकर डांस किया।
ठाकुर के बाद ब्राम्हण वोट बैंक साधने की कोशिश
शिव प्रताप शुक्ला को केंद्रीय कैबिनेट में जगह देकर BJP ने एक तीर से कई शिकार किए हैं। शिव प्रताप शुक्ला का पूर्वांचल के कई जनपदों में कार्यकर्ताओं के बीच ठीक-ठाक जनाधार है। सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री पद पर योगी आदित्यनाथ को बैठाने के बाद भाजपा ने ठाकुर वोट बैंक पर निशाना साधा। ब्राम्हण वोट बैंक को दूर जाता देख बीजेपी ने शिव प्रताप शुक्ला को मंत्री बनाकर अपने परंपरागत वोट बैंक (ब्राम्हण वर्ग) को साधने की भरपूर कोशिश की है। हालांकि राजनीति के जानकार पंडित शिव प्रताप शुक्ला के मंत्री बनाए जाने को लेकर दूसरे कयास लगा रहे हैं। जानकारों की मानें तो ब्राम्हण वोट बैंक पर पकड़ बनाने के साथ पूर्वांचल में योगी के समानांतर एक विकल्प के रूप में भी शिव प्रताप शुक्ला को देखा जा रहा है। जानकारों की मानें तो शिव प्रताप शुक्ला और योगी आदित्यनाथ सियासत में हमेशा एक दूसरे के प्रतिद्धंदी रहे हैं।
इमरजेंसी में Arrest किए गए थे छात्रसंघ की राजनीति करने वाले शिवप्रताप शुक्ला
70 के दशक में छात्र राजनीति करने वाले शिव प्रताप शुक्ला इमरजेंसी के दौरान Arrest किए गए। वह करीब 19 महीने जेल की सलाखों के पीछे रहे। इसके बाद उन्होंने यूपी की सक्रिय राजनीति में कदम रखा। लगातार चार बार विधायक चुने गए। विधान सभा चुनाव में हारे तो संगठन में सक्रिय हुए। बेहद लो-प्रोफाइल रहने वाले शिव प्रताप शुक्ला वर्तमान में ग्रामीण विकास के लिए संसद की स्थाई समिति के सदस्य हैं। वह यूपी विधानसभा के लिए लगातार चार बार 1989, 1991, 1993 और 1996 में चुने गए।
परिवार में पत्नी और तीन बेटियां, 89 में पहली बार बने MLA
यूपी में जब भी बीजेपी की सरकार बनी तो उनको मंत्री पद से नवाजा गया। ग्रामीण विकास, शिक्षा और जेल सुधार की दिशा में मंत्री रहते हुए उन्होंने कई बेहतरीन काम किए। एक अप्रैल 1952 को उत्तर प्रदेश गोरखपुर जनपद स्थित खजनी में जन्में शिव प्रताप शुक्ला ने गोरखपुर विश्वविद्यालय से LLB किया है। परिवार में उनके परिवार में पत्नी और तीन बेटिया हैं। 1970 में उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से राजनीतिक करियर की शुरुआत की। छात्र आन्दोलन के दौरान शिव प्रताप शुक्ला कई बार जेल भी गए। फिर 1981 में वह भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रांतीय सचिव चुने गए।
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