ETAWAH से मैनपुरी स्थित क्लीनिक जाते समय 14 सितंबर को अपहरणकर्ताओं ने चिकित्सक ज्ञानप्रकाश पांडेय का किया था अपहरण। रिहाई के बदले अपहरणकर्ताओं ने मांगे थे 55 लाख रुपए। पुलिस की चार टीमें लगी थीं तलाश में। चार अपहरणकर्ता Arrest लेकिन शव 11 दिन बाद भी नहीं बरामद कर सकी पुलिस।
कानपुर। ETAWAH के चर्चित डॉक्टर ज्ञान प्रकाश पांडेय अपहरण और Murder केस का खुलासा करते हुए पुलिस ने मुख्य आरोपी पूर्व किराएदार समेत चार आरोपितों को Arrest कर लिया। पुलिस का कहना है कि पहचान छिपाने के लिए पूर्व किराएदार ने ही चिकित्सका का बेरहमी से मर्डर कर शव को नहर में फेंक दिया था। पुलिस ने चिकित्सक ज्ञान प्रकाश पांडेय की स्कार्पियो गाड़ी भी बरामद कर ली है। हत्यारों ने चिकित्सक के शव को उनकी ही गाड़ी में रखकर नहर में फेंका था।
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11 दिन बाद भी ETAWAH पुलिस चिकित्सक के शव को नहीं खोज पाई
जानकारी के मुताबिक ETAWAH जनपद में 14 सितम्बर को फ्रेंड्स कालोनी थाना क्षेत्र के पत्ता बाग निवासी डाक्टर ज्ञान प्रकाश पांडेय का अपहरण कर लिया गया। वह अपने घर से मैनपुरी स्थित क्लीनिक पर जाने के लिए निकले थे। देर शाम को अपहरणकर्ताओं ने फिरौती के लिए 55 लाख रुपए का बंदोबस्त करने की धमकी परिजनों को दी। इसके बाद पीड़ित परिवार ने ETAWAH पुलिस के बड़े अफसरों को घटनाक्रम की जानकारी दी। चिकित्सक की सकुशल रिहाई के लिए SSP वैभव कृष्ण ने पुलिस की कई टीमें बनाई थीं लेकिन यह टीम चिकित्सक की रिहाई तो दूर अभी तक उनके शव का भी पता नहीं लगा सकी है।
अपहरणकर्ताओं ने ETAWAH निवासी चिकित्सक ज्ञान प्रकाश पांडेय का अपहरण 55 लाख रुपए की फिरौती के लिए किया था लेकिन बाद में सभी को लगा कि रिहाई के बाद चिकित्सक पुलिस को सबकुछ बता देगें इस लिए सभी ने उनका कत्ल कर दिया। पुलिस की “कहानी” के मुताबिक मुख्य आरोपी हरगोविन्द उर्फ शीटू दुबे, सुमित दुबे, अंकित दुबे निवासी गांव गंभीरा थाना करहल मैनपुरी और पांडेय के पूर्व किराएदार रामप्रकाश शर्मा निवासी नसीरपुर फिरोजाबाद को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या के बाद डाक्टर के शव को जिस बक्से में रखकर भोगनीपुर नहर में फेंका गया था। उस बक्से सहित डाक्टर के कपडे़ व अन्य सामान बरामद कर लिया है।
ETAWAH जनपद के SSP वैभव कृष्ण ने पत्रकार वार्ता में बताया कि अपहरण हरगोविन्द, सुमित और अंकित ने स्कार्पियों गाड़ी से रेलवे स्टेशन के पास मनोरंजन सदन से किया था। अपहरण के बाद आरोपितों को कोई ऐसी गोपनीय जगह नहीं मिली ताकि वह चिकित्सक रख सकें। इस लिए आरोपितों ने वारदात वाले दिन ही चलती गाड़ी में चिकित्सक की गला घोंटकर बेरहमी से हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपितों ने चिकित्सक के शव को बक्से में बंद कर मैनपुरी क्षेत्र के तकरऊ पुल से एक किलोमीटर दूर भोगनीपुर नहर में फेंक दिया। पुलिस ने शव को खोजने के लिए नहर में सर्च ऑपरेशन चलाया लेकिन पानी ज्यादा होने के कारण बक्सा मिल गया पर डाक्टर का शव नहीं मिला। शव की खोज के लिए पुलिस लगातार सर्च अभियान चला रही है।
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