Mumbai serial blast killed 253 people । Police can not arrest Dawood Ibrahim and Tiger Memon 24 years later
[caption id="attachment_16872" align="aligncenter" width="640"] abu salem tada court[/caption]
मुंबई। मुंबई में 1993 में हुए सीरियल ब्लास्ट केस में टाडा कोर्ट ने बुधवार को आरोपितों की सजा मुकर्रर की। डॉन अबू सलेम को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा के साथ 2 लाख का जुर्माना भी ठोंका। कोर्ट ने दो अन्य आरोपितों ताहिर और फिरोज को मृत्युदंड (फांसी) की सजा सुनाई। सजा का ऐलान होने के बाद डॉन सलेम कोर्ट परिसर में ही रोने-बिलखने लगा। कोर्ट ने सलेम को लोगों की हत्या और हथियारों की सप्लाई करने का दोषी माना है।
कोर्ट ने इसके अलावा करीमुल्लाह खान को भी आजीवन कारावास की सजा सुनाई। उस पर भी 2 लाख का जुर्माना कोर्ट ने लगाया है। रियाज सिद्दिकी को 10 साल की सजा सुनाई गई है
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मुंबई ब्लास्ट की साजिश में किसका क्या रोल ?
डॉन अबू सलेम- धमाकों की साजिश, हथियार और विस्फोटक गुजरात के भरुच से मुंबई लेकर आने का दोषी पाया गया। अबू सलेम ने मुस्तफा दौसा और अनीस इब्राहीम के कहने पर इन हथियारों में से कुछ हथियार संजय दत्त और सलीम कुर्ला के अलावा कई लोगों को दिये थे। हथियारों का पूरा कंट्रोल अबू सलेम के हाथ में था।
ताहिर मर्चेंट- साजिश में शामिल था, वो भारत से मुस्लिम युवाओं को दुबई बुलाता था। वहां से उन्हें हथियारों की ट्रेनिंग के लिए PAK भेजता था। ट्रेनिंग लेकर वो वापस दुबई आते थे और वहां से भारत आते थे।
करीमुल्लाह शेख- अपने दोस्त को PAK में आतंकी ट्रेनिंग दिलवाई, हथियार और विस्फोटक लाने में मदद की थी।
सजा पाए सभी आरोपी मुंबई धमाकों के सिलसिले में साल 2003 से 2010 के बीच में गिरफ्तार किए गए। मुंबई धमाकों का मास्टर माइंड दाउद इब्राहिम को माना जाता है। फिलहाल देश का यह सबसे बड़ा दुश्मन पाकिस्तान में ही छिपा बैठा है।
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बाबरी विध्वंस का बदला लेने के लिए रची गई थी साजिश
अदालत ने माना की बाबरी मस्जिद विध्वंस का बदला लेने के लिए मुंबई ब्लास्ट की साजिश रची गई थी। इनके निशाने पर देश के बड़े राजनेता और बड़े अफसर थे। गौरतलब है कि 24 बरस पहले मुंबई में हुए सीरियल ब्लास्ट को देश का सबसे बड़ा आतंकवादी हमला माना जाता है। इस हमले में करीब ढाई से अधिक बेगुनाह लोगों की जान गई थी। जबकि करीब साढ़े सात सौ से अधिक लोग घायल हुए थे।
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12 मार्च को दहल गई थी सितारों की नगरी मुंबई
12 मार्च, 1993 को तेज रफ्तार से दौड़ने वाली मुंबई की स्पीड पर अचानक ब्रेक लग गई थी। एक के बाद एक सीरियल ब्लास्ट के बाद हर तरफ सिर्फ चीखें सुनाई दे रही थीं। कुल 13 धमाकों के बाद मुंबई से मातम पसर गया। इन धमाकों में अरबों की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा था।
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