लखनऊ। यूपी विधान सभा चुनाव में BJP के हाथों मिली करारी पराजय के बाद से समाजवादी पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। 10 दिन पहले पार्टी के तीन विधान परिषद सदस्यों (MLC) ने त्याग पत्र दे दिया। ताजा मामला अखिलेश सरकार में मिनिस्टर रहे मनोज पारस का है। गैंगरेप के एक मामले में पुलिस ने उन्हें अरेस्ट कर लिया है। गौरतलब है कि इससे पहले सपा सरकार के एक और मंत्री गायत्री प्रजापति चार महीना पहले गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
उत्तराखंड में हुए कांड में की गई मनोज पारस की गिरफ्तारी
बताया जा रहा है कि पूर्व मंत्री मनोज पारस की गिरफ्तारी उत्तराखंड राज्य में हुए एक गैंगरेप के मामले में गिरफ्तारी की गई। सपा सरकार में मनोज पारस को अखिलेश सिंह यादव ने लालबत्ती दे रखी थी। मनोज पारस पर गुंडागर्दी, अवैधन खनन, और वसूली के भी आरोप लगते रहे हैं। बिजनौर में उनकी गुंडई किसी से छिपी नहीं है। बताया जा रहा है कि एसपी बिजनौर के निर्देश पर मनोज पारस को स्थानीय पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
चुनाव के पहले से चल रहा है “शीतयुद्ध”
यूपी विधान सभा चुनाव से पहले ही समाजवादी पार्टी में “शीतयुद्ध” चल रहा है। चाचा शिवपाल सिंह के साथ भतीजे अखिलेश की जंग किसी से अब छिपी नहीं है। शिवपाल सिंह यादव हर मौके पर अखिलेश को नीचा दिखाने की कोशिश में जुटे हैं तो अखिलेश भी अब सार्वजनिक मंच से मुखर विरोध करने लगे हैं। जुबानी हमले में दोनों लगे हुए हैं। राष्ट्रपति चुनाव में तो पार्टी की धारा से अलग हटकर शिवपाल और उनके समर्थकों ने वोटिंग की। सपा पर करारी चोट तब लगी जब बीजेपी प्रेसीडेंट अमित शाह के आते ही सपा के दो और बसपा के एक MLC ने त्याग पत्र दे दिया। दो दिन बाद सभी ने बीजेपी भी ज्वाइन कर ली।
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