नई दिल्ली। निर्वाचन आयोग ने देश की सर्वोच्च अदालत को बताया है कि साल के अंत में होने वाले गुजरात असेंबली के चुनाव में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (EVM) के साथ कागज की पर्ची देने वाले उपकरण (VVPAT) का प्रयोग किया जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जगदीश सिंह खेहर, न्यायमूर्ति आदर्श कुमार गोयल और न्यायमूर्ति धनन्जय वाई चन्द्रचूड की तीन सदस्यीय खंडपीठ ने निर्वाचन आयोग का यह कथन स्वीकार करते हुए गुजरात विधान सभा चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के साथ मत की पुष्टि करने वाली VVPAT मशीनें लगाने के निर्देश के लिए दायर याचिका का निपटारा कर दिया।
चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट को दिए गए अपने हलफनामे (शपथ-पत्र) में कहा है कि वह गुजरात विधान सभा के आगामी चुनाव में EVM के साथ कागज की पर्ची निकालने वाली मशीन (VVPAT) का इस्तेमाल करेगा।
चुनाव आयोग ने कहा कि उसे भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड से 31 अगस्त तक 48,000 VVPAT मशीनें मिलने की उम्मीद है, जबकि शेष 25,500 मशीनों की आपूर्ति सितंबर तक हो सकेगी।
वहीं, चुनाव आयोग ने एक बार फिर दावा किया कि हाल ही में लोकसभा और विधान सभा चुनावों में प्रयुक्त इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के साथ किसी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है।
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