BANDA में "प्यार के दुश्मन" बने खादी और खाकी। Counductor did Suicide




बुन्देलखण्ड(बांदा)। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक MLA और बांदा पुलिस की प्रताड़ना से खौफजदा रोडवेज कंडक्टर ने मौत को गले लगा लिया। शनिवार को उसका शव घर के अंदर फांसी के फंदे से लटकता मिला तो हड़कंप मच गया। पुलिस को मौके से तीन पन्नों का एक सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें मृतक ने BJP के MLA , तत्कालीन थानेदार समेत कई पुलिस वालों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए मौत का जिम्मेदार भी ठहराया है। खनन माफिया से BJP के विधायक बने इस कद्दावर नेता को बचाने और खुद की गर्दन फंसती देख पुलिस अब हर कीमत पर खुदकुशी के इस राज को राज ही रखना चाहती है। इसके लिए वह पूरे मामले में लीपापोती के साथ परिजनों पर खासा दबाव भी बना रही है।

रोडवेज में संविदा के पद पर कंडक्टर था महोखर का मुकेश


महोखर गांव का रहने वाले मुकेश निगम (26) रोडवेज विभाग में संविदा पर conductor था। गांव की ही एक युवती से उसने करीब आठ महीना पहले लव मैरिज की थी। मुकेश की तैनाती बरेली डिपो में थी। कुछ दिन पहले ही मुकेश घर पर आया था। फ्राइ-डे की लेट नाइट उसने फांसी लगा ली। शनिवार की सुबह उसका शव फांसी के फंदे से लटकता मिला।

युवती घर से भागकर पहुंची थी बरेली


मुकेश के भाई नरेश के मुताबिक 4 दिसंबर 2016 को गांव की युवती घर से भागकर बरेली पहुंची। चूंकि युवती के प्रेम-संबध उसके भाई मुकेश थे। इस लिए दोनों ने बरेली के चौरासी घंटा मंदिर में पहुंच वहां शादी कर ली। युवती की मां ने कोतवाली में FIR दर्ज करा दी। उसके बाद से पुलिस ने मुकेश के परिजनों को प्रताड़ित करना शुरु कर दिया।

हाईकोर्ट की शरण में पहुंचे थे दंपति


पुलिस की प्रताड़ना से परेशान मुकेश ने हाईकोर्ट की शरण ली। हाईकोर्ट में मुकेश ने बताया कि दोनों बालिग हैं और शादी कर चुके हैं। हाईकोर्ट के निर्देश पर बांदा न्यायालय ने दोनों को कागजातों के आधार पर बालिग पाया और पुलिस को निर्देश दिया कि परिजनों को प्रताड़ित न किया जाए। युवती ने भी मजिस्ट्रेट के सामने अपने बयान दर्ज कराए।

BJP के विधायक का था पुलिस पर खासा दबाव


मुकेश के परिजनों का आरोप है कि शादी करने वाली युवती बांदा से बीजेपी के एक विधायक की भतीजी है। आरोप है कि जब से BJP की प्रदेश में सरकार बनी तो विधायक के इशारे पर पुलिस ने शारीरिक और मानसिक रूप से परिजनों को टार्चर करना शुरु कर दिया।

बूढ़े माता-पिता को उठा ले जाती थी पुलिस


मुकेश के भाई नरेश का आरोप है कि बीजेपी की सरकार बनने के बाद विधायक के इशारे पर पुलिस अक्सर उसकी चौखट पर खड़ी रहती थी। कभी बूढ़े मां-बाप को गालियां मिलती तो कभी उनको जबरन पुलिस उठा ले जाती। थाने में घंटों बेवजह बैठाए रखा जाता था। इसकी भनक मुकेश को लगी तो वह परेशान रहने लगा।

सुसाइड नोट में लिखा “मेरे माता-पिता को बचा लेना”


BJP विधायक के खौफ से सुसाइड करने वाले मुकेश ने सुसाइड नोट में अपनी पत्नी के लिए लिखा कि पुलिस मेरे बूढ़े माता-पिता और भाई को जबरन किसी मुकदमें फंसाने की कोशिश करेगी। तुम सबकी मदद कर बचा लेना।
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