RAJA KATIYAR
कन्नौज। पिछले कई दिनों से उफनाई गंगा और उसकी सहायक काली नदी ने कई गांवों के संपर्क मार्ग को ध्वस्त कर दिया। कई गांव में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए। बुधवार को गंगा का पानी कुछ कम हुआ तो प्रशासनिक अफसरों ने भी राहत की सांस ली। हालांकि प्रशासन ने बाढ़ से निपटने की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। SDM सदर लाव-लश्कर के साथ बाढ़ से ग्रस्त एरिया में पूरे दिन घूमें। कई जगहों पर पीड़ितों को तत्काल सहायता का आश्वासन भी दिया।
लगातार उफना रही गंगा नदी का पानी जब खतरे के निशान को पार करने लगा तो प्रशासनिक अफसरों ने तत्काल नरोना बांध से पानी को रुकवाया। नतीजा यह रहा है कि बुधवार को गंगा का जलस्तर कुछ हद तक कम हो गया। SDM सदर डॉक्टर अरुण कुमार के मुताबिक गरुवार को जलस्तर कुछ और कम होगा। लेकिन गंगा और उसकी सहायक नदी के में बाढ़ का आशंका के मद्देनजर बाढ़ चौकियों पर गोताखोरों को तैनात कर नाव और नाविकों की भी तैनाती कर दी गई है। ताकि किसी भी हालात से तत्काल निपटा जा सके।
वहीं, दूसरी तरफ अपर जिलाधिकारी डीपी सिंह ने बताया कि गंगा के जलस्तर पर प्रशासन बराबर निगाह रखे हुए है। कटरी एरिया का बराबर निरीक्षण किया जा रहा है। बुधवार सुबह तक गंगा का जलस्तर 124.69 सेमी. पर पहुंच गया था लेकिन शाम को यह थोड़ा सा कम हो गया।
मेंहदी घाट पहुंचे SDM सदर
SDM सदर डॉक्टर अरुण कुमार पूरे लाव-लश्कर के साथ मेंहदी घाट पहुंचे। जलस्तर देखने के वह बाढ से प्रभावित कई गांवों में भी पहुंचे। काली नदी से सटे गुमटिया, चौधरियापुर, मेंहदीपुर, सलेमपुर समेत कई गांवों में SDM पहुंचे। यहां उन्हें हालात सामान्य मिले। लेकिन इन सबके बाद भी SDM ने ग्रामीणों को सतर्क करते हुए मोबाइल नंबर दिए ताकि आवश्यकता पड़ने पर उन्हें तत्काल मदद मुहैया कराई जा सके।
बाढ़ चौकियों को 24 घंटे Alert रहने का निर्देश
SDM सदर डॉक्टर अरुण कुमार के मुताबिक बाढ़ चौकियों पर तैनात कर्मियों को 24 घंटे Alert रहने की ताकीद दे दी गई है। नाव के साथ नाविक और गोताखोर भी मुश्तैद हैं। किसी भी सूचना पर प्रशासन अमला ग्रामीणों की मदद के लिए हरसंभव प्रयास करेगा।
कासिमपुर-बख्शीपुर के बीच सड़क बह गई
पहले से ही जर्जर हो चुकी कासिमपुर और बख्शीपुर गांव को जोड़ने वाली सड़क पानी के बहाव के चलते बह चुकी है। गौरतलब है कि गंगा पार हरदोई की तरफ से कासिमपुर व बख्शीपुरवा गांव काफी दिनों से बाढ़ की चपेट में हैं। इन दोनों गावों के बाहर तक पानी भरा हुआ है। खेत हो या खलिहान किसानों का यहां सबकुछ बर्बाद हो चुका है। संपर्क मार्ग टूटने से ग्रामीणें को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्कूली छात्र-छात्राओं की पढ़ाई भी चौपट हो रही है।
दोनों गांवों के बीच नाव मुहैया कराई गई
SDM सदर ने बताया कि ग्रामीणों की पीड़ा सुनने के बाद जो सबसे बड़ी दिक्कत आई है उसे दूर करने के लिए प्रशासन ने दोनों गांवों के बीच नाव चलाने की व्यवस्था की है। ताकि ग्रामीणों का कोई कार्य बाधित न हो और लोग आते-जाते रहें। यहां भी प्रशासनिक अफसरों के मोबाइल नंबर ग्रामीणों को देकर उन्हें सचेत करते हुए कहा गया कि किसी हालात खराब दिखे तो तत्काल प्रशासन को दिए गए नंबरों पर सूचित करें।
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